आपने देखा होगा कि भोलानाथ और उसके साथी जब-तब खेलते-खाते समय किसी न किसी प्रकार की तुकबंदी करते हैं। आपको यदि अपने खेलों आदि से जुड़ी तुकबंदी याद हो तो लिखिए।


तुकबंदियाँ-

(क) अटकन-बटन दही चटाके।


बनफूले बंगाले।


(ख) अर्रक-बर्रक दूध की धार।


चटोर भाग गया पल्ली पार।।


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